इन्हें वी0पी0टी0 वागीश शास्त्री के नाम से भी जाना जाता है। अन्तर्राष्ट्रीय संस्कृत व्याकरणविद्, प्रख्यात भाषा विज्ञानी, तान्त्रिक और योगी के रूप में काशी में प्रसिद्ध जन्म म0प्र0 में हुआ था। ये सं0स0वि0 में रीसर्च इन्सटीट्यूट के प्रो0 एवं निदेशक के रूप में कार्य किये। उनकी प्रमुख दार्शनिक ग्रंथ निम्नवत है-
1- पराचेतना की यात्रा
2- शक्ति शिव और योग
3- संवित् प्रकाश
4- त्र्यम्बकम् यजामहे
इसके अतिरिक्त इनके डिक्सेनरी भी सम्पादित हुए हैं।
1- वामन पुराण विषयानुक्रम
2- इटीमोलोजिकल बुन्देली डिक्सेनरी
इन्होंने संस्कृत व्याकरण सीखाने के नई तकनीकी वाग्योग की खोज की जो www.vogyoga.co.in पर उपलब्ध है।